हिसार में स्टूडेंट्स ने बनाई रोबोटिक कार, शराब पीकर गाड़ी चलाई तो बंद हो जाएगा इंजन
सत्यखबर हिसार (विनोद सैनी) – अगर जजबा हो तो सब कुछ मुंकिन है जी हा ऐसा कारनाम हिसार के गुरु जम्भेश्वर विश्विद्यालय के छात्रों ने कर ले दिखाया है। हिसार की गुरु जम्भेश्वर यूनिवर्सिटी के छात्रों ने एक रोबोटिक कार का मोडल तैयार किया है जिससे की उस मॉडल में दिखाया गया है की अगर कोई भी व्यक्ति शराब पीकर गाड़ी चलाएगा तो उस गाडी का इंजन अपने आप बंद हो जाएगा। ये एक ऐसा मॉडल तैयार किया है जो पुरे विश्व में होने वाली दुर्घटनो पर काफी हद तक अंकुश लगाया जा सकता है। गुरु जम्भेश्वर यूनिवर्सिटी के इलेक्ट्रॉनिक्स डिपार्टमेंट के फाइनल ईयर के स्टूडेंट का रेणुका पूनिया ,पूर्णिया और योगेश कुमार ने मिलकर यह मोडल तैयार किया है।
छात्रा रेणुका पूनिया का कहना है की हमने जो मॉडल तैयार किया है इसके अंदर हमने एक ऐप एप बनाई है जो इस मॉडल को हमने ब्लूटूथ से कनेक्ट किया है। तो उसके अंदर यह एक वॉइस कंट्रोल कार है जो भी हम कमांड सेंड करते हैं उसके थ्रू एक कार चलती है। जैसे कि फॉरवर्ड बैकवर्ड राइट लेफ्ट ऐसे स्टॉप इंजन स्टार्ट करने के लिए इसका प्लस्पॉइंट यह है कि इसके अंदर हमने एक एल्कोहल सेंसर लगाया है। जो कि यह अल्कोहल सेंसर पर्टिकुलर लिमिट यानी 165 वैल्यू सेट की है अगर कोई ड्राइवर कार के अंदर आता है और उस ड्रिंक की हुई है और उस ड्राइवर ने ऑथर्स वैल्यू से ज्यादा ड्रिंक कर रखी है तो इस गाड़ी का इंजन अपने आप ही बंद हो जाएगा।
अगर उस ड्राइवर ने ड्रिंक नॉरमल वैल्यू से कम तो जो भी वॉइस कमांड दोगे तो उसके थ्रू है। गाड़ी चलती जाएगी तो इसके अंदर जो ट्रांसमीटर एंड है उसके ऊपर तो हम अपने वॉइस को सेंड कर रहे हैं। मोबाइल एप के थ्रू जो कि ब्लूटूथ के साथ कनेक्ट है और जो रिसिविंग एंड है उसके ऊपर डीसी मोटर्स लगे हैं जो की कार की मूवमेंट्स को राइट लेफ्ट करवा रहे हैं। उन्होंने बतया की इसके अंदर पूरा हार्डवेयर माउंट किया हुआ है और इसके अंदर प्रोग्रामिंग भी की गई है जो इसका सॉफ्टवेयर पार्ट है प्रोग्रामिंग के अंदर हमने अल्कोहल की वैल्यू सेट की हुई है और कमांड भी सेट किया हुआ है। रेणुका ने बताया कि इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि जो दिव्यांग व्यक्ति है उनके लिए यह बहुत ही फायदेमंद साबित हुई है। और दिव्यांग व्यक्ति बोल कर ड्राइव कर सकते हैं। इसके अंदर जो दूसरा फीचर है वह जो रोड के ऊपर जो एक्सीडेंट होते हैं। उसको भी कम कर देगी। उन्होंने कहा कि इस मॉडल को तैयार करने के लिए बहुत ही कम खर्चा आता है। जो ₹2000 रूपये तक का इस पर खर्च आया है। यह ज्यादा कोस्टली नहीं है।
छात्र योगेश ने बताया कि वह पिछले एजुकेशनल टूर के पास एक्सीडेंट कार में सवार एक ही परिवार के 5 लोगों की मृत्यु हो गई थी और बिल्कुल हो चुकी थी कारण पूछा तो पता चला कि पी रखी थी। इस पर सोचा की काश कुछ ऐसा होता कि शराब पीकर गाड़ी न चला सके। तो ऐसे दुर्घटना कम हो सकती है। इस कार में अल्कोहल सेंसर के जरिए कुछ सेकेंड के बाद कार का इंजन बंद हो जयेगा। इससे यह फायदा मिलेगा की सड़क हादसे में कमी आएगी। इस मोडल काफी और गाड़िया तैयार हो सकती है इसके अंदर ऑर्डिनो माइक्रो कंट्रोलर सर्किट बोर्ड है। जो कंपार्टमेंट करता है। एक ब्लूटूथ का प्रयोग किया गया है।
प्रोजेक्ट गाइड विजय पाल का कहना है कि बच्चों ने जो यह प्रोजेक्ट बनाया है यह आने वाले समय में इस टाइप के विकल का पिक्चर होगा स्मार्ट व्हीकल आने वाले समय में होगे हमें ड्राइव करने की जरूरत नहीं पड़ेगी तो यह एक अच्छी शुरुआत है की हिसार की गुरु जंभेश्वर यूनिवर्सिटी के छात्राओं ने जो यह मॉडल बनाया है यह आने वाले समय में काफी लाभकारी साबित होगा और यह मॉडल स्पीच के ऊपर काम कर रहा है हम इसके अंदर सिर्फ वॉइस कमांड देते हैं और उसके ऊपर यह अच्छे से कार्य कर रहा है उन्होंने बताया कि साथ में इसमें खास बात यह है कि इसके अंदर इंटेलिजेंट सिस्टम भी है इसके अंदर हम नई-नई कमांड को लर्निंग भी करवा सकते हैं तो इसके अंदर लर्निंग फेस भी अवेलेबल है तो यह एक अच्छा इनिशिएटिव है इस पिक्चर विकल को देखते हुए।